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ट्रिपल तलाक लैंगिक भेदभाव का सूचक, खत्म करने का समयः वेंकैया नायडू

Venkaiya naidu ट्रिपल तलाक लैंगिक भेदभाव का सूचक, खत्म करने का समयः वेंकैया नायडू

नई दिल्ली। ट्रिपल तलाक को लेकर देश में लोगों की भिन्न भिन्न प्रतिक्रियाएं हैं, कुछ लोगों का मानना है कि ट्रिपल तलाक के नियम को हटा देना चाहिए। इसी विषय पर आज केंद्रीय मंत्री वेंकेया नायडू ने तीन तलाक के मामले को सभ्यता और संविधान के खिलाफ बताया, साथ ही उन्होने कहा कि अब समय आ गया है कि इस लैंगिक भिन्नता वाले कानून को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए जिससे देश में न्याय, प्रतिष्ठा और समानता का माहौल बना रहे। आपको बता दें कि ट्रिपल तलाक का मुद्दा देश में गरमाया हुआ है।

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स्वाति सिंह ने तीन तलाक पर उठाया सवाल उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नवनियुक्त महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष स्वाति सिंह ने तीन तलाक पर सवाल उठाया। उनका सवाल है कि यह अधिकार सिर्फ पुरुषों को क्यों दिया गया है?स्वाति सिंह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के बारे में अभद्र टिप्पणी करने के कारण भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी हैं। पार्टी ने बसपा के खिलाफ उनकी मुखरता देख इनाम के तौर पर उन्हें महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।

उन्होंने कहा, “तीन तलाक क्यों? अगर है भी तो दोनों के लिए क्यों नहीं है? यह अधिकार सिर्फ पुरुषों को क्यों दिया गया है? महिलाएं कोई खिलौना नहीं है जो कोई भी उसके साथ कुछ भी खेल कर सकता है। निकाह करने के बाद आपकी जब इच्छा होती है, आप उसे तीन बार तलाक कहकर छोड़ देंगे। यह मुझे गलत लगता है।”तीन तलाक पर बेलने के बाद स्वाति ने बसपा प्रमुख को चुनौती दी। उन्होंने कहा, “मैं मायावती को चैलेंज कर रही हूं कि वो आएं और मेरे सामने चुनाव लडें़। मायावती कोई भी सामान्य सीट चुनें, उस सीट पर बसपा प्रमुख के खिलाफ मैं चुनाव में खड़ी हो सकती हूं। जहां से भी वो लड़ेंगी मैं भी पार्टी से निवेदन करूंगी कि मुझे उनके खिलाफ लड़ाए।”

 

 

 

 

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