मेरठ। चुनावों के नजदीक आते ही वाद-विवाद का माहौल देश में गरमा जाता है। पहले यह वाद-विवाद सिर्फ राजनेताओं तक सीमित था, लेकिन अब यह वाद-विवाद अधिकारियों तक पहुंच गया है। दरअसल, भाजपा ने चुनाव आयोग में मेरठ जिलाधिकारी की शिकायत दर्ज कराई है। इसके साथ ही कानपुर-उन्नाव स्नातक क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी के नाम के अनुरूप ही गलत नामांकन करने की शिकायत भी की दर्र करवाई गई है।
प्रदेश प्रवक्ता चन्द्रमोहन का कहना है कि मेरठ की जिला निर्वाचन अधिकारी बी. चन्द्रकला आत्ममुग्धता से ग्रसित हैं। सोशल मीडिया और मीडिया में सुर्खियां बटोरने की आदी हो चुकी जिलाधिकारी सपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं और भाजपा के कार्यकर्ताओं और कार्यक्रमों को प्रभावित कर रही हैं।
प्रवक्ता ने गुरूवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि मेरठ के भाजपा जिलाध्यक्ष करूणेश नंदन गर्ग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में लिखा कि जिलाधिकारी मेरठ चुनाव आचार संहिता का गलत हवाला देकर भाजपा के कार्यक्रमों को अनुमति नहीं दे रही हैं और कार्यकर्ताओं को भी प्रभावित कर रही हैं। इसके विपरीत वह सपा को खुले मन से पूरी सहूलियते दे रही हैं। भाजपा ने मांग की कि निष्पक्ष चुनाव के लिए जिलाधिकारी मेरठ का स्थानांतरण जरूरी है।
प्रदेश प्रवक्ता ने यह भी बताया कि कानपुर-उन्नाव स्नातक क्षेत्र से अरूण पाठक भाजपा के प्रत्याशी हैं। चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को प्रभावित करने के उद्देश्य से अरूण कुमार पुत्र गिरधर प्रसाद ने गलत तरीके से अपना नाम अरूण कुमार पाठक के नाम से नामांकन कर दिया है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) को भेजे पत्र में अरूण कुमार पुत्र गिरधर प्रसाद के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए नामांकन निरस्त करने की मांग की।