लखनऊ। प्रदेश के समाजवादी परिवार में मची रार को अब खत्म करने के लिए आगे आये बड़े समाजवादी चेहरों ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से मुलाकात कर इस मसले पर चर्चा की। इस बड़े नेताओ में बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह, नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा शामिल रहे। सपा परिवार में लगातार एक के बाद एक पर्त दर परत कलह के बादल मड़राते जा रहे हैं। जिसके चलते आगामी विधान सभा चुनावों में सपा को होने वाले नुकसान को लेकर पार्टी के नेता बहुत परेशान हैं। इसी वजह से आज सपा सुप्रीमो से मुलाकात करके उन्होने इस मसले पर अपनी बात रखी।
फिलहाल इस बैठक में बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह, नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा आशु मलिक, माता प्रसाद पांडेय और शिवपाल यादव भी मौजूद रहे। तकरीबन एक घंटे तक चली इस बैठक में किसी मसले पर कोई साफ हल अभी तक नहीं निकल पाया है। दूसरी तरफ नेताओं का लगातार कहना है परिवार में कोई विवाद नहीं है।
लेकिन अखिलेश के समाजवादी रथयात्रा अकेले ही निकालने का फैसले और रविवार को पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों के साथ बैठक कर अपनी रणनीति तय करने की बात ने ये साफ किया है कि समाजवादी परिवार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। गौरतलब है कि प्रदेश अध्यभ की कुर्सी से हटाए जाने के बाद से अखिलेश की नाराजगी और भी बढ़ गई है। अखिलेश के समर्थकों का कहना के कि वह तक तक नरम नहीं होंगे जब तक उनकी शर्तें नहीं मानी जाएंगी।अखिलेश ने पार्टी से बाहर किए गये अपने करीबी नेताओं की पार्टी में वापसी और टिकट के बंटवारे में हिस्सेदारी की मांग की है। फिलहाल अखिलेश की तरफ से ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि वो अपने किसी मुद्दे पर अब समझौते की फिराक में हैं।
शांत नहीं दिख रहे अखिलेश के तेवर
सपा परिवार में मची रार पर थमने नहीं रही । एक तरफ पार्टी के बड़े नेता समाजवादी परिवार में मची तकरार को सुलाझाने में लगे हैं वहीं अखिलेश के तेवर शांत होते नहीं नजर आ रहे हैं।इसी बीच खबरें आ रही हैं कि आगामी 25 तारीख को होने वाले पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम का जिम्मा अखिलेश सरकार के मंत्री गायत्री प्रजापति को सौंपा गया है। शायद इसी सन्दर्भ में मंत्री गायत्री प्रजापति मुख्यमंत्री से मिलना चाह रहे थे पर अखिलेश ने मिलने से साफ इनकार कर दिया है।