नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव महज कुछ महीने बाद हैं. ऐसे सभी सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरु कर दी है. काफी समय से एनडीए सब कुछ सही नहीं चल रहा. भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है.
शाह ने दी थी शिवसेना को चेतावनी
हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सहयोगी शिवसेना को चेतावनी दी थी. शाह ने परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गठबंधन होता है तो पार्टी अपने सहयोगी दलों की जीत सुनिश्चित करेगी और यदि ऐसा नहीं होता है तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को करारी शिकस्त देगी.
शाह ने दी शिवसेना को चेतावनी, कहा- गठबंधन नहीं हुआ तो सहयोगियों को भी हराएगी बीजेपी
शिवसेना ने किया पलटवार
आपको बता दें कि शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में शामिल है. फिर शाह के बयान पर शिवसेना ने पलटवार किया है, शिवसेना ने कहा, ”उद्धव ठाकरे ने देश के हिंदू के मन की भावना सामने रखी थी और नारा दिया था कि हर हिंदू की यही पुकार पहले मंदिर फिर सरकार. शिवसेना की वजह से बीजेपी के पैर के नीचे की जमीन खिसक गई है. उन्हें ये बात लग गयी और अब उनके नेताओं की जबान भी फिसलने लगी है.”
शिवसेना ने छेंड़ा ईवीएम का राग
पार्टी ने आगे कहा, ”अच्छा ही हुआ बीजेपी को हिंदुत्व मानने वाले नहीं चाहिए ऐसा दिखता है, पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी को जनता ने उनकी जगह दिखाने की शुरुआत कर दी है.” शिवसेना ने आगे कहा कि उसकी (बीजेपी की) योजना 40 सीट जीतने की है. इसका मतलब है कि वह ईवीएम में छेड़छाड़ करने पर निर्भर है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के एक सहयोगी ने कहा, ‘‘जो हम पर हमला कर रहे हैं, हम निश्चित तौर पर उन्हें हराएंगे.’’