लखनऊ। सपा और कांग्रेस का विलय हो चुका है। दोनों पार्टियों के नेताओं ने रविवार को इस बात औपचारिक ऐलान एक संवाददाता सम्मेलन में कर दिया है। सीटों का बंटवारा भी हो चुका है अब बस दोनों पार्टियों के योद्धा को बस रण में उतरना है और लोगों को अपनी ओर आकर्षित करना है। इसी बीच खबरें आ रही थी कि सपा सांसद नरेश अग्रवाल भाजपा का दामन थाम सकते है लेकिन अब इन खबरों को नरेश अग्रवाल ने खारिज कर दिया है। नरेश अग्रवाल ने भाजपा में जाने वाली खबर पर गुस्सा होते हुए वो इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।
नरेश ने कहा कि वह पूरी तरह अखिलेश के साथ हैं और बीजेपी को हराना ही उनका संकल्प है। भाजपा में शामिल होने की खबरों पर बोलते हुए नरेश ने कहा कि यह विरोधियों की साजिश है। उन्होंने कहा कि सपा के कांग्रेस के साथ हुए गठबंधन से बीजेपी डरी हुई है इसलिए इस तरह की अफवाह फैला रही है।
विरोधियों पर गुस्सा जाहिर करते हुए नरेश ने कहा कि जो भी उनके खिलाफ साजिश कर रहा है उसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
बता दें कि सपा में घमासान के दौरान मुलायम सिंह के करीबी नरेश अग्रवाल मजबूती से अखिलेश के साथ डटे रहे। उन्होंने हर मोर्चे पर अखिलेश का ही साथ दिया और रामगोपाल यादव के साथ चुनाव चिह्न को लेकर चुनाव आयोग भी पहुंचे। अखिलेश ने उनके बेटे को हरदोई से विधानसभा चुनाव का टिकट दिया है।