राजस्थान। भीलवाड़ा में दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा आयोजित दुग्ध दिवस को संबोधित करने पहुंचे राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि इस निर्णय के बाद पूरे देश में हडकंप मचा हुआ है। हर तरफ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने पीएम मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सफेद धन से चुनाव में लड़कर प्रधानमंत्री बने या कालेधन से। उन्होंने केंद्र सरकार के नोट बैन के फैसले का जमकर विरोध किया।
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी राजनीतिक दल नहीं है जो अपने पैसे से चुनाव लड़ता है। सभी पार्टियां चंदा लेकर ही चुनावी मैदान में उतरती हैं और इसी से कालेधन और भ्रष्ट्राचार शुरू होता है। जब तक इसे जड़ से खतम नहीं किया जाएगा तब तक इसका अन्त संभव नहीं है।
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री का विपक्ष को इस तरह निशाने में रखना सही नहीं है। मोदी जी को कोशिश करनी चाहिए कि सभी राजनीतिक पार्टियों से बाटचीत कर काले धन के खिलाफ मुहिम चलानी चाहिए थी। आपस में बात करके सहमती से फैसला लिया जाए कि देश में कालाधन रखने वालों को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए। इस तरह के लोगों के लिए देश में अलग से कानून व्यवस्था होना चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कालेधन के शुरूआती कारणों का पता करके ही उसका खात्मा हो सकता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मोरार जी देसाई के प्रधानमंत्री रहते एक बार एक हजार का नोट बंद करके देख लिया गया।