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राफेल विमान डील पर ‘डासो’ का ‘रिलायंस डिफेंस’ को ऑफसेट पार्टनर बनाना मजबूरी था.. ?

राफेल विमान डील पर 'डासो' का 'रिलायंस डिफेंस' को ऑफसेट पार्टनर बनाना मजबूरी था.. ?

फ्रांसीसी वेबसाइट ‘मीडियापार्ट’ की रिपोर्ट ने राफेल विमान डील पर अंबानी की कंपनी को पार्टनर बनाना मजबूरी बताया है। वेबसाइड ने  बुधवार को  लिखा था कि राफेल विमान बनाने वाली कंपनी डासो एविएशन को ये सौदा करने के लिए भारत में अपने बतौर ऑफसेट साझेदार अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को मजबूरन चुनना पड़ा। वहीं भारतीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण  ने  पेरिस में एक कॉन्फ्रेंस में राफेल पर आरोपों के जवाब में कहा कि ऑफसेट पार्टनर के तौर पर फ्रांस की कंपनी डासो ने ही अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को चयनित किया था।

 

राफेल विमान डील पर 'डासो' का 'रिलायंस डिफेंस' को ऑफसेट पार्टनर बनाना मजबूरी था.. ?
राफेल विमान डील पर ‘डासो’ का ‘रिलायंस डिफेंस’ को ऑफसेट पार्टनर बनाना मजबूरी था.. ?

 

बता दें मीडिया वेबसाइड ने डासो एविएशन के आंतरिक दस्तावेजों के जरिए से लिखा था कि फ्रांसीसी कंपनी डासो के पास रिलायंस डिफेंस से समझौता करने के अतिरिक्त दूसरा कोई विकल्प नहीं था। रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांसीसी कंपनी डासो को ये करना बहुत ही महत्वपूर्ण और जरूरी था। जाहिर है कि इस रिपोर्ट के बाद राजनीति गरमाना तो तय हो गया है। राफेल पर विपक्ष की कांग्रेस लगातार सवाल खड़े करता आ रही है।राफेल विमान की कीमत सार्वजनिक करने के लिए सरकार पर लगातार विपक्ष दबाव बना रहा है। देखना दिलचस्प होगा  आगे राफेल पर क्या राजनीति होती है ..?

भारत-फ्रांस ने हथियारों के सह-उत्पादन पर की चर्चा

गौरतलब है कि भारतीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण  ने आज तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन फ्रांस की रक्षामंत्री फ्लोरेंस पार्ली के साथ मीटिंग की है। मिली जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं की गुरुवार को भारत और फ्रांस के बीच कार्यनीतिक और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की योजनाओं पर विस्तार से बात-चीत हुई है।इस मुलाकात में दोनों देशों ने हथियारों के सह-उत्पादन पर भी चर्चा की है।मालूम हो कि मंत्री इस दौरे के लिए बुधवार को रवाना हुई थीं।

इसे भी पढ़ेःरक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण तीन दिवसीय यात्रा पर फ्रांस रवाना

मोदी सरकार पर फ्रांस सरकार और हथियार बनाने वाली कंपनी (डासो) पर अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को एक ऑफसेट पार्टनर के तौर पर थोपने के आरोप को लेकर भारतीय रक्षामंत्री ने पेरिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राफेल डील दो सरकारों के बीच हुई थी। ऑफसेट पार्टनर के तौर पर फ्रांस की कंपनी डासो ने ही अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को चयनित किया था।निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत फ्रांस से 36 रफाल विमान खरीदेगा। उनके लिए इस डील का यही महत्व है। इस के अलावा इस डील में कहीं भी कंपनियों का जिक्र नहीं किया गया था।

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 महेश कुमार यादव

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