नाभा (पंजाब)। पंजाब पुलिस की अति-प्रतिक्रिया का शिकार एक महिला को होना पड़ा। एक सुरक्षा अवरोध पर रविवार को कार में सवार महिला पर गोली चलाए जाने से उसकी मौत हो गई। पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) सुरेश अरोड़ा ने स्वीकार किया कि पीड़ित गोलीबारी में ‘गलत पहचान’ की वजह से मारी गई।
महिला कार में यात्रा कर रही थी, जिसे एक पुलिस कर्मी ने एक सुरक्षा अवरोधक पर नाभा-चीखा मार्ग पर सामना शहर के पास रुकने का संकेत दिया। लेकिन कार चालक ने नहीं रोका और अवरोध पार करने की कोशिश की।
इसपर पुलिस दल ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें एक गोली महिला को लगी। कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले में घटना की परिस्थितियों की जांच कर रही है। पास के गांव के निवासियों ने गोलीबारी में शामिल एक पुलिसकर्मी को पकड़ लिया, जबकि उसके अन्य सहकर्मी काले रंग की महिद्रा स्कार्पियो में सवार होकर भाग निकले।
पंजाब की उच्च सुरक्षा वाली नाभा जेल में रविवार सुबह कैदियों के भागने की सनसनीखेज घटना से राज्य में हाई अलर्ट जारी है। इस हमले में 10-12 हथियारबंद लोगों ने जेल पर हमला कर छह कैदियों सहित भाग निकले। इसमें दो खालिस्तानी आतंकवादी और चार अपराधी शामिल हैं।