चंड़ीगढ़। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्र की दुनियां के कुशल महारथी डॉ मनमोहन सिंह जल्द ही एक नये लुक में नजर आने वाले हैं। इस बार ये भूमिका अध्यापक की होगी। जल्द ही वे पंजाब विश्वविद्यालय में एक प्रतिष्ठित दायित्व संभाल सकते हैं।
आपको बता दें इस विश्वविद्यालय से डॉ मनमोहन सिंह ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की थी। चूंकि पूर्व पीएम के विश्वविद्यालय में पढ़ाने को लेकर कुछ तकनीकि पेंच फंसे थे। जिसको लाभ के पद संबंधी संयुक्त समिति दूर कर दिया गया है। समित ने लोकसभा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि संसद सदस्य रहते यह पद लाभ के पद के दायरे में नहीं आता।
चूंकि विश्वविद्यालय की ओर प्रोफेसरशिप की पेशकश मिलने के बाद पूर्व पीएम ने राज्यसभा के सभापति से संपर्क कर पूछा था कि संसद का सदस्य रहते हुए इस पद को लेने में कही लाभ के पद संबंधी संविधान के अनुच्छेद 102 (ए) के प्रावधानों का उल्लंघन तो नही होगा । अब जब इस बारे में रिपोर्ट आ गई है तो पूर्व पीएम के विश्वविद्यालय में शिक्षक के रूप में अपनी नई पारी शुरू करने के सपनो को पंख मिल गये हैं।