चंडीगढ़। भाजपा से इस्तीफा देने और आवाज-ए-पंजाब बनाने के बीच नवजोत सिद्धू को लेकर सियासी बाजार गर्म था। कभी कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धू आप में शामिल हो सकते है तो कभी कांग्रेस में जाने की बात चल रही थी, पर अब सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार आवाज-ए-पंजाब का विलय कांग्रेस में किया जा सकता है। एक अंग्रेजी पत्रिका के मुताबिक कांग्रेस और नया मोर्चा के बीच आखिरी स्तर की बात भी हो रही थी। ऐसा भी माना जा रहा है कि इसी हप्ते कांग्रेस और आवाज-ए-पंजाब एक हो सकते हैं।
एक वरिष्ठ नेता के अनुसार बुधवार को सिद्धू के घर पर इस विषय को लेकर बैठक भी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू, नवजोत कौर , परगट सिंघ और बेंस बंधु ही चुनाव में प्रचार के पांच सबसे बड़े चेहरे होंगे, वहीं पार्टी की कमान सिद्धू के हाथों में ही होगी। सूत्रों के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि दोनों पार्टी आपसी शर्ताें पर विलय करने को तैयार हैं। बताया जा रहा है कि आवाज-ए-पंजाब ने राज्य के सभी 117 टिकटों के बंटवारे में उसकी सहमति लेने की भी शर्त रखी है इस मुद्दे पर अब कोई फैसला नहीं हो पाया है।