उत्तराखंड

अपनी मांग को लेकर शिक्षको ने किया मुख्यमंत्री आवास कूच, बरसी लाठियां

Uttrakhand अपनी मांग को लेकर शिक्षको ने किया मुख्यमंत्री आवास कूच, बरसी लाठियां

देहरादून। शिक्षा आचार्याें की मांग उत्तराखंड में अब भी जारी है, इन्ही मागों को लेकर मांगकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास पर कूच किया। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को एक बार फिर से लाठियां खानी पड़ी। आपको बता दें कि लंबे अरसे से शिक्षा आचार्य अनुदेशक हड़ताल पर हैं, शिक्षा आचार्यो ने एक सूत्रीय मांग को लेकर अपना आंदोलन जारी रखा और मुख्यमंत्री आवास कूच किया। इससे पहले 26 सितंबर को भी इन लोगो ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया था। उस समय प्रशासन ने संगठन की आवजा को दबाते हुए 135 शिक्षा आचार्यो को सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया जहां से वह 30 सिंतबर को रिहा होकर आए थे।

uttrakhand

कनक चौक पर पुलिस ने अच्छी खासी बैरिकेंडिग की थी जिसे इग्नोर करते हुए शिक्षा आचार्य मुख्यमंत्री आवास की और बढने लगे। इस पर पुलिस वालो ने पहले उन्हें रोका जिस पर शिक्षा आचार्य सडको पर लेट गए। उन्हें उठाने की कोशिश की गई और पुलिस ने उन पर बल प्रयोग करना प्रारंभ कर दिया। इस पर शिक्षाआचार्य मुख्यमंत्री आवास की और जाने लगे तभी पुलिस ने इन पर लाठी चार्ज किया। यहां तक की महिला शिक्षा आचार्यो के बाल पकडकर खींचे गए गनीमत इतनी रही की यह कार्य महिला पुलिस कर्मी द्वारा किया गया अन्यथा मामला काफी बड़ा हो सकता था। पुलिस के हल्के बल प्रयोग से काफी शिक्षक चोटिल हुए हैं।

सूत्र बताते हैं कि पुलिस वालो द्वारा किए गए इस अत्याचार को लेकर शिक्षकों का आक्रोश बढ़ गया है, अपने साथ हुए इस अनैतिक गतिविधि पर बोलते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह बिष्ट का कहना है कि अब शिक्षा आचार्य उग्र संघर्ष करेंगे। उनका कहना है कि सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ अब हमें आर-पार की लड़ाई लडनी पड़ेगी। जब तक समायोजन का शासनादेश सरकार द्वारा निर्गत कर नही दिया जाता तब तक आंदोलनात्मक कदम नहीं रूकेंगे। शिक्षा आचार्यो का कहना है कि किसी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए केवल सरकार जिम्मेदार होगी।

Related posts

Joshimath Sinking: जोशीमठ के भू-धंसाव वाले इलाकों में बर्फबारी ने बढ़ाई मुसीबत, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

Rahul

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम केदारनाथ यात्रा व्यवस्था की समीक्षा की

Rani Naqvi

सूबे में तकरीबन 72 अधिकारियों ने नहीं दिया सम्पत्ति का ब्योरा

piyush shukla