लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बीच का मनमुटाव आज फिर से देखने को मिला जब एक प्रेस वार्ता में पार्टी प्रमुख ने यह कहा कि सपा अगर चुनाव जीतती है तो ऐसी स्थिति में उनके पास मुख्यमंत्री का चेहरा अभी नहीं है, अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसका निर्णय पार्लियामेंटरी बोर्ड करेगा। हालांकि यह बयान पार्टी की राजनीति में एक बार फिर भूचाल ला सकता है क्योकि पहले ही मुलायम और अखिलेश के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है।
शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता में मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश को पार्टी के अगले मुख्यमंत्री के रुप में ना बताते हुए कहा कि सपा के पास अब तक अगले मुख्यमंत्री का चेहरा साफ नहीं है। चुनाव अगले साल की श्ुारुआत में होना है, ऐसे में विधायक ही इस बात का निर्णय करेंगे कि पार्टी में मुख्यमंत्री कौन होगा। गौरतलब है कि सपा सरकार में त्रिशंकु कलह चल ही है। अखिलेश और शिवपाल के बीच की कलह को मुलायम सिंह ने सुलझा तो दिया था पर अब भी ऐसा देखा जा रहा है कि पार्टी में सबकुछ सही चल नहीं रहा है।
एक सवाल के जबाब में सपा प्रमुख ने कहा कि परिवार में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है, और ना ही उनके परिवार में मुख्यमंत्री को लेकर कभी विवद हुआ है। साथ ही उन्होने दावा भी किया है कि पार्टी भारी बहुमत से विजय हासिल करेगी और ऐसी स्थिति में जीते हुए विधायक ही अगले मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे।आपको बता दें कि 5 नवंबर को सपा अपना 25वां स्थापना दिवस मना रही है, जिसके उपलक्ष मे 6 नवंबर को रजत जयंती समारोह का आयेजन किया जाना है इस पर मुलायम सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को समरोह के सफल बनाने की भी अपील की है।
सपा सरकार के 25 वर्षाें की उपलब्धियों को गिनाते हुए पार्टी प्रमुख ने कहा कि हमारी छोटी सी पार्टी थी, हम वहां से इस मुकाम तक पहुंचे हैं, इन 25 सालों में हमारे मेहनत का ही परिणाम है कि हमने राज्य में 4 बार सरकार बनाई है, राज्य के साथ केंद्र सरकार में भी हमने कई बार अपना योगदान दिया है। उन्होने कहा कि जनता को पार्टी पर पूरा भरोसा है, और हम हमेशा से उनके भावनाओं पर खरे उतरे हैं।