नई दिल्ली। देश के इतिहास में नरेन्द्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री बने हैं। जिन्होने लालकिले में साल में दूसरी बार तिरंगा फहराया है। जी हां आप जानकर चौंक जाएंगे। आखिर ऐसा क्यूं लेकिन ये सच है, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसा कारनाम 21 अक्टूबर 2018 को किया है। मौका था आजाद हिन्द फौज की स्थापना के 75 साल पूरे होने का।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर वहां आए लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ये उनके लिए हर्ष की बात है। क्योंकि आज के दिन सुभाष चंद्र बोस ने एक ऐसा सपना देखा था। जो कि साकार हुआ, ऐसे मौके पर तिरंगा फैलाना सौभाग्य की बात है। उन्होने कहा कि ये वही लाल किला है जहां पर सुभाष बाबू ने विक्ट्री परेड का सपना देखा था।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर अप्रत्य़क्ष तौर पर हमला बोला उन्होने कहा कि देश में एक परिवार के पीछे कईयों के योगदान का भुलाया गया है। उन्होने कहा कि कैम्ब्रिज के दिनों में सुभाष बाबू ने लिखा था, कि हम भारतीयों को ये सिखाया जाता है कि यूरोप ग्रेट ब्रिटेन का स्वरूप है। इसलिए हमारी आदत यूरोप को इग्लैंड के चश्मे से देखने की पड़ी है। अगर आजादी के बाद देश को सुभाष बाबू, सरदार पटेल और बाबा साहेब आंबेडकर जैसे नेताओं का सानिध्य और मार्गदर्शन मिला होता तो आज की परिस्थितियां दूसरी होती।