राघोपुर। बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी है और जन-जीवन अस्तव्यस्त। पानी-पानी हुए बिहार में जहां लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बाढ़ के पानी को सियासी रंग देने की भी कवायद जारी है। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान भी बाढ़ ग्रसित इलाके का दौरा करने पहुंचे।
पासवान बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के क्षेत्र राघोपुर के बाढ़ पीड़ितो से मिलने के लिए नाव से अपने समर्थकों के साथ पटना के कच्ची दरगाह से नाव पर सवार होकर निकले। पासवान जल्द से जल्द बाढ़ पीड़ितों से मिलना चाह रहे थे लेकिन मंत्री जी के साथ नाव पर सवार हाजीपुर के एसडीओ रविन्दर कुमार बार-बार खतरे का संकेत बताते हुए आगे जाने के लिए मना कर रहे थे। जिस पर पासवान को गुस्सा आ गया और वो उन पर जमकर बरसते हुए दिखाई दिए।
बता दें कि पासवान को पहले से ही नाव के धीरे चलने से देर हो चुकी थी और फिर एसडीओ के बार-बार खतरे का संकेत बताने पर अधिकारी पर जमकर बरसे। इसके बाद पासवान ने एसडीओ की मोटर बोट छोड़ दी और राहत-बचाव के काम में जुटी एनडीआरएफ की नाव में सवार हो गए। एनडीआरएफ के सहयोग से पासवान बाढ़ पीड़ितो के बीच पहुंचे और उनका दर्द जाना और सहायता राशि भी दी।
बाद में मीडिया से बात करते हुए पासवान ने कहा की वैशाली का प्रशासन नहीं चाहता कि वो बाढ़ पीड़ितों से मिले, ताकि बाढ़ राहत का कड़वा सच न सामने आ जाए जबकि हम बाढ़ पीड़ितो से मिलकर उसे हम सहायता पहुंचना चाहते हैं।
गौरतलब है कि तेजस्वी के क्षेत्र में बाढ़ के कारण मासूम भूख से मर रहे हैं। सरकारी मदद मिल तो रही है पर वो लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए काफी नहीं है। पिता लालू यादव ने पीड़ितों के जख्म पर आकर मरहम तो लगाया पर उनके मजकिया अंदाज ने पीड़ितों के जख्म को और गहरा कर दिया। इस इलाके का अस्पताल, थाना, कार्यालय सहित रेफरल अस्पताल भी बाढ़ के पानी में डूबा है। पीड़ित लोग जैसे तैसे जिंदगी गुजार रहे हैं फिलहाल तेजस्वी यादव 8 अगस्त से ही विदेश दौरे पर हैं।