न्यूयार्क। वर्ष 2015 में सुर्खियों में आईं इराक की नादिया मुराद को संयुक्त राष्ट्र की गुडविल एंबेस्डर बनाने का फसला किया गया है। आपको बता दें कि आईएसआईएस के आतंकियों के हाथों कई महीनों तक लगातार रेप का शिकार हाने वाली नादिया उस वक्त चर्चा में आईं जब उन्होने अपने ऊपर हुए जुल्म की इंतहा संयुक्त राष्ट्र के समक्ष सुनाई थी। गौरतलब है कि
नादिया को वर्ष 2014 में ईराक के एक गांव से आईएस आतंकियों ने अगवा कर लिया था। उसके साथ कई अन्य महिलाओं और लड़कियों को भी आतंकियों ने अपनी हवस पूरा करने के लिए अगवा किया था। नादिया तब 19 वर्ष की थी।
नादिया ने यूएन में बताया कि उसके ही सामने उसके पूरे परिवार को आतंकियों ने एक एक कर गोलियों से भून डाला था। बाद में आतंकी उसको मोसुल ले आए और उसके साथ लगातार तीन माह तक आतंकियों ने बारी-बारी से रेप किया। उनकी बात न मानने पर आतंकी उसको यातनाएं देते थे।
गौरतलब है कि दयूएन सिक्योरिटी काउंसिल में उन्होने अपने ऊपर हुए जुल्मों का जिक्र करते हुए अपील की थी कि आईएस को जल्द खत्म किया जाए। उन्हाने यह भी बताया कि कई बार वहां से भागने की नाकाम कोशिश की। उसने बताया कि इस कोशिश के दौरान उसको आतंकियों ने पकड़ लिया। जिसके बाद छह आतंकियों ने उसको साथ घंटों उस वक्त तक रेप किया जब तक वह बेहोश नहीं हो गई। नादिया अंत में वहां से भागने में कामयाब हुई और किसी तरह से जर्मनी पहुंची, जहां उसका इलाज किया गया।
नादिया ने अपनी वेबसाइट के जरिए इस बात को बताया कि वे उन लोगो महिलाओं की मदद करना चाहती है जो उसके ही जैसे भयानक दौर से गुजरी हैं। इसमें उसने लिखा है कि यूएन से उसको जो सम्मान मिला है अपना मुकाम हासिल करने में वह उसकी मदद करेगा।