महोबा। बीते 6 महीनों में यूपी में लगातार आज पांचवा ट्रेन हादसा हुआ है ऐसे में इस रेल हादसे के चलते कई सवाल खड़े कर दिए है कि क्या ये हादसा खुद हुआ या फिर किसी ने इस हादसे को प्लानिंग के तहत अंजाम दिया। बरहाल, इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एटीएस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और वहां का मुआइना कर रही है। इसके साथ ही योगी सरकार ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को राहत और बचाव कार्य पर नजर रखने के लिए हादसे की जगह रवाना किया है।
सूत्रों की मानें तो सुरक्षा एजेंसियों ने प्राथमिक जांच में पाया कि ट्रेन रेल पटरी के टूटने की वजह से हुई जहां से पटरी टूटी है वहां पर कुछ समय पहले वेल्डिंग की गई थी लेकिन फिर भी झटके से ये पटरी उसी जगह से टूट गई। वहीं मौके पर पहुंची टीम का कहना है कि ट्रेन की पटरी को काटा गया है हालांकि इस बात की कोई पुख्ता जानकारी अभी नहीं मिली है।
इस मामले के सामने आते ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस हादसे की वजह तोड़फोड़ है या नहीं इसका खुलासा तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
महाकौशल ट्रेन हादसे के बाद कई ट्रेनें हुई रद्द तो कई का बदला समय:-
रेल दुर्घटना के बाद कई ट्रेनों के रुटों में फेरबदल किया गया है। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद बुंदेलखंड रुट ट्रेनों की आवाजाही पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। खबरों की मानें तो बांदा -झांसी रेल लाइन बंद हो गई है और झांसी से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें को रद्द कर दी गई है। वहीं कुछ ट्रेनों के रुट में बदलाव करके अब उन्हें कानपुर के रास्ते बांदा लाया जा रहा है।
जानिए कब हुआ ट्रेन हादसा?
ये ट्रेन दुर्घटना गुरुवार को करीबन रात 2 बजे महोबा-कुलपहाड़ रेलवे स्टेशन के बीच हुई। जानकारी के मुताबिक ये ट्रेन जबलपुर से निजामुद्दीन जा रही थी। इस हादसे में जो 8 डिब्बे पटरी से उतरे है उसमें सेकेंड एसी का एक कोच, एसी 3 टायर कोच और बाकी कोच स्लीपर क्लास के हैं। इस घटना के तुरंत बाद झांसी और महोबा से रिलीफ ट्रेन घटनास्थल पर फौरन भेजी गई। महोबा से करीबन 10 किलोमीटर चलने के बाद ही ट्रेन पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में लोगों को मामूली चोटें आई है और अभी तक किसी के गंभीर चोट लगने या फिर मौत की खबर नहीं मिली है।