featured देश यूपी राज्य

मस्जिद के सामने लक्ष्मण मूर्ति लगाने के फैसले पर धर्मगुरु भड़के, बोले यहां न लगाएं मूर्ति

तोकेपसोल मस्जिद के सामने लक्ष्मण मूर्ति लगाने के फैसले पर धर्मगुरु भड़के, बोले यहां न लगाएं मूर्ति

लखनऊः देश की सियासत और यूपी की सियासत मे एक बार फिर मंदिर मस्जिद को लेकर तेज हो गई है। लेकिन इस बार मुद्दा अयोध्या का ना होकर लखनऊ का है। दरअसल पुराने लखनऊ में मौजूद टीलेवाली मस्जिद के सामने लक्ष्मण की बड़ी मूर्ति लगाई जाएगी। इस निर्णय के बाद विवाद शुरू हो गया है।

तोकेपसोल मस्जिद के सामने लक्ष्मण मूर्ति लगाने के फैसले पर धर्मगुरु भड़के, बोले यहां न लगाएं मूर्ति

वहीं टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान ने दावा किया है कि ये संरक्षित इलाका है। इसलिए भी यहां पर बिना एएसआई की परमिशन के कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है। जबकि मूर्ति लगाने का फैसला नगर निगम ने किया है।

किसी तस्वीर के सामने नहीं पढ़ी जा सकती नमाज

इस मामले पर टीले वाली मस्जिद के शाही इमाम मौलाना फजले मन्नान का कहना है, कि टीले वाली मस्जिद पर अलविदा और ईद-बकरीद पर बड़ी तादाद में लोग नमाज पढ़ने आते हैं और वो सड़कों पर भी नमाज पढ़ते हैं और इस्लाम में किसी मूर्ती या तस्वीर के सामने या उसके पीछे नमाज नहीं पढ़ी जा सकती।

आखिरी फैसले का इंतजार

ऐसे में अगर मस्जिद के बाहर सामने चौराहे पर मूर्ती लग जाएगी तो लोग नमाज नहीं पढ़ पाएंगे। लिहाजा वो इस मामले मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक से मुलाकात करके मूर्ती को कहीं और लगाने पर बात करेंगे। वहीं मूर्ती को कहां लगाया जाए इस पर आखिरी फैसला होना बाकी है। हालांकि यह जमीन भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण के पास है और लखनऊ नगर निगम को मूर्ति लगाने के लिए स्वीकृति की जरूरत होगी।

बीजेपी नेता की किताब ‘अनकहा लखनऊ’ में कही गई बात

आपको बता दें कि यह मस्जिद उस वक्त चर्चा में आई थी जब बीजेपी नेता लालजी टंडन की किताब ‘अनकहा लखनऊ’ में बताया गया कि पुराने समय में ‘टीले वाली मस्जिद’ दरअसल ‘लक्ष्मण का टीला’ थी।

 

 

Related posts

केंद्रीय कर्मचारियों को मोदी सरकार ने दिया दिवाली का गिफ्ट, DA में 3 फीसदी की बढ़ौतरी का एलान

Saurabh

सीएम रावत ने साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार चारू चंद्र चंदोला के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया

Rani Naqvi

त्रिपुरा के पिछड़ेपन के लिए माणिक नहीं राज्य की जनता जिम्मेदार: गड़करी

Vijay Shrer