नई दिल्ली : पांच मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले मुकाबले को भारत ने महज़ 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया. गुवाहाटी में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया.
कोहली-शर्मा ने ठोका शतक
लेकिन वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ों ने धमाकेदार अंदाज़ में बोर्ड पर 322 रन लगा दिए. इसके जवाब में कप्तान विराट कोहली(140) और रोहित शर्मा(152 रन) की पारियों से भारत ने आसानी से इस लक्ष्य को 43वें ओवर में ही हासिल कर लिया.
विराट ने मैच के बाद कहा, ‘यह काफी अच्छा लगता है, हमारे लिये यह आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है. विंडीज ने बड़ा स्कोर बनाया था. 320 रन का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन हमें पता था की बड़ी साझेदारी कर के इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. जब दूसरे छोर पर रोहित हो तो यह ज्यादा मुश्किल नहीं होता है.’’
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भारतीय कप्तान ने कहा, ‘मैं टॉप तीन बल्लेबाजों में ज्यादातर साथ देने वाले बल्लेबाज की भूमिका में रहता हूं क्योंकि रोहित और शिखर धवन तेजी से रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं.’’ कोहली ने कहा, ‘आज का दिन वैसा था जहां मैं ज्यादा सहज महसूस कर रहा था और मैंने रोहित को कहा कि मैं तेजी से रन बनाउंगा और तुम साथ निभाने वाले बल्लेबाज की भूमिका में रहो.’’
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दिया यह बड़ा बयान
हालांकि अपनी बातों के बीच विराट ने एक बार फिर एक ऐसी बात पर रौशनी डाल दी. जिसे लेकर वो पिछले कई बार बात कर चुके हैं. अभी सिर्फ 29 साल के हुए भारतीय कप्तान विराट ने कहा, ‘इस खेल का मजा लेने के लिए मेरे करियर में कुछ ही साल बचे हैं. देश के लिए खेलना गर्व की बात है. आप किसी भी मैच को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकते हैं. आपको इस खेल के साथ ईमानदार होना पड़ता है और तभी आपको इस खेल से बदले में कुछ मिलता है.