कटक। विश्व कप-2011 में शतकीय पारी के बाद रनों का सूखा झेल रहे युवराज सिंह ने अपना पहला शतक जड़ते हुए पुराने जोड़ीदार महेन्द्र सिंह धोनी (134) के साथ इंग्लैंड के खिलाफ चौथे विकेट के लिए 256 रनों की साझेदारी कर भारत को 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 381 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
कटक में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में युवराज सिंह ने पांच साल बाद 150 रनों की पारी खेल जबर्दस्त वापसी की। एक समय 25 रन पर तीन विकेट खोकर संकट से जूझ रही टीम इंडिया को युवराज ने शतक जमाकर सम्मानजनक स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया। युवराज ने शतकीय पारी (150) के दौरान 21 चौके और 3 आसमानी छक्के लगाए। युवराज ने अपना आखिरी शतक 2011 विश्व कप में चेन्नई के चिदंबरम स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाया था।
युवराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 20 मार्च को खेले गए मैच में 123 गेंदों में 113 रन बनाए थे, जिसमें 10 चौके और दो छक्के शामिल थे। युवराज की इस शतकीय पारी के बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज को 80 रनों से हराया था। सीरीज शुरू होने से पहले युवराज ने अपने फैंस से वादा किया था कि वह वनडे मैचों में अपना दमखम दिखाएंगे और वापसी की पूरी दावेदारी रखेंगे। साथ ही उन्होंने इच्छा जताई थी कि वह टीम में बेहतरीन वापसी करके 2019 विश्व कप में खेलेंगे।