नई दिल्ली/चेन्नई। जल्लीकट्टू को लेकर विवाद और आंदोलन का मामला दिनों-दिन तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को प्रदर्शन और भी अग्र होने वाला है। तमिलनाडु में कई जगहों पर लोग प्रदर्शन कर रहे है। चेन्नई के मरीना बीच पर 50 हजार से ज्यादा लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
जल्लीकट्टू के समर्थन में शुक्रवार को कई संगठनों ने तमिलनाडु बंद की घोषणा की है। कई जगहों पर ऑटो, बस समेत कई सार्वजनिक सुविधाएं बंद है। लोग बैनर और पोस्टर लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पनीर सेल्वम ने की मोदी से मुलाकात
एक तरफ तमिलनाडु में प्रदर्शन चल रहा है तो दूसरी तरफ गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनके अध्यादेश लाने की मांग की। हालांकि पीएम मोदी ने उनसे कहा कि ये मामला न्यायालय के सामने लंबित है बावजूद इसके उन्होंने कहा जलीकट्टू के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को समझते हैं।
क्या है जलीकट्टू?
-जलीकट्टू तमिलनाडु का परंपरागत खेल है जो 400 सालों से अधिक समय से खेला जा रहा है।
-पोंगल के खास मौके पर बैलों की दौड़ कराई जाती है और लोग उसे अपने काबू में करने की कोशिश करते है।
-इस त्योहार पर मुख्य रुप से बैल की पूजा की जाती है क्योंकि बैल के जरिए किसान अपनी जमीन जोतता है। इसी के जरिए बैल दौड़ का आयोजन किया जाता है।
-इस प्रथा को परंपरा के तौर पर निभाते है।