नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही चार टेस्ट मैचों का अंतिम टेस्ट का खेल जारी है. और चौथे टेस्ट मैच का आज दूसरा दिन था. भारतीय बल्लेबाज़ों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को चारों खाने चित कर दिया है. पहले चेतेश्वर पुजारा (193) की शानदार पारी और उसके बाद आज ऋषभ पंत (नाबाद 159) और रविन्द्र जडेजा(81) के बीच हुई सातवें विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी की मदद से भारत ने अपनी पहली पारी विशाल 622 रन बनाकर घोषित की.
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी शुरु
इसके बाद दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बिना कोई विकेट खोए 24 रन बना लिए हैं. ऑस्ट्रेलियाई ओपनिंग जोड़ी ने 10 ओवर बल्लेबाज़ी की और दूसरे दिन अपना विकेट खोने से बचाए रखा. आस्ट्रेलिया अब भी भारत से 598 रन पीछे है।
स्टंप उखड़ने के समय मार्कस हैरिस 19 और उस्मान ख्वाजा पांच रन पर खेल रहे थे। टीम इंडिया ने चौथे और आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन पुजारा, पंत और जडेजा की मदद से ये विशाल स्कोर खड़ा किया. टीम इंडिया ने आज 303/4 रनों से आगे खेलना शुरु किया.
संदेहजनक फैसले का शिकार हुए विहारी
कल 75 रनों की साझेदारी निभाने वाली चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी की जोड़ी खेलने उतरी. लेकिन हनुमा विहारी जल्द ही 329 का स्कोर आते-आते एक संदेहजनक फैसला का शिकार हो गए. विहारी के आउट होने के बाद पुजारा का साथ निभाने आए विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिषभ पंत और फिर मैच का रुख ही पलट गया.
पुजारा-पंत ने की 89 रनों की अहम साझेदारी
पंत ने पुजारा के साथ मिलकर 89 रनों की अहम साझेदारी निभाई और टीम को 400 रनों के पार पहुंचाया. इस दौरान पुजारा अपने दोहरे शतक के करीब भी पहुंचे. लेकिन दोहरे शतक से चूक गए. इससे पहले पुजारा को 192 के निजी स्कोर पर लॉयन की गेंद पर ही जीवन दान मिला था. यहां उस्मान ख्वाजा ने स्लिप पर उनका कैच छोड़ा था.
पुजारा के आउट होने के बाद जडेजा ने पंत का साथ निभाया और रिषभ पंत ने इस दौरान अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक भी पूरा कर लिया. इसके साथ ही वो ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले पहले विकेटकीपर भी बन गए हैं. वहीं इस सीरीज़ में वो 300 से अधिक रन बनाते हुए पुजारा के बाद सबसे अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ भी बन गए हैं. उन्होंने अपनी इस पारी के साथ कप्तान विराट कोहली को पीछे छोड़ा.
वहीं रविन्द्र जडेजा ने भी अपने टेस्ट करियर का 10वां अर्धशतक पूरा किया और इतना ही नहीं. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने कुल 37.2 ओवरों में बेहद तेज़ रफ्तार में 204 रन जोड़ दिए. दोनों बल्लेबाज़ों के बीच हई 200 रनों की साझेदारी से भारत इस स्कोर तक पहुंचा. अंत में 622 के स्कोर पर लायन की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में जडेजा बोल्ड हो गए और कप्तान कोहली ने पारी घोषित कर दी.