श्रीनगर। सुरक्षा बलों और शुक्रवार रात यहां अस्पताल में मृत हुए एक किशोर के शव के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के एक समूह के बीच हुई झड़प में कम से कम एक दर्जन लोग घायल हो गए। किशोर की मौत को लेकर परस्पर विरोधी खबरें आ रही हैं। कैसर अहमद(16) को 28 अक्टूबर को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था। उसके परिवार वालों का आरोप है कि एक दिन पहले श्रीनगर शहर के बाहरी क्षेत्र शालीमार इलाके में स्थित अपने घर से वह गायब हो गया था। जब वह मिला तो उसके शरीर पर यातना के निशान पाए गए।
जबकि पुलिस का दावा है कि किशोर ने जहर खा लिया था। अहमद की शुक्रवार रात करीब 10 बजे मौत हो गई। उसके शव को शनिवार सुबह पुराने श्रीनगर स्थित ईदगाह इलाके में शहीद कब्रगाह में दफनाने के लिए ले जाया जा रहा था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि जनाजे में शामिल कुछ उग्र प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके, जिसके परिणाम स्वरूप झड़पें हुईं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और पैलेट दागे, जिसकी वजह से एक दर्जन से अधिक नागरिक एवं सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
एक अन्य घटना में एक कनिष्ठ अधिकारी सहित तीन पुलिसकर्मी तब घायल हो गए, जब शुक्रवार रात पुलवामा जिले के दादसारा गांव में एक आईईडी में विस्फोट हो गया।
बांदीपोरा जिले में सैदुनारा इलाके में शुक्रवार रात एक स्कूल में आग लगा दी गई, जिससे कश्मीर घाटी में पिछले कुछ हफ्तों में अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा शिक्षण संस्थानों में आग लगाने की यह 29वीं घटना है।