शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बुधवार को 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित करने के केंद्र सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए इसे भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए इसे साहसिक कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह एक साहसिक कदम है। हालांकि किसानों, छोटे व्यापारियों और जिनके पास मेहनत से अर्जित नकद धन है, उनके हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नोटों के विमुद्रीकरण से पहले आवश्यक व्यवस्था की गई होगी और कदम उठाए जाने चाहिए थे।”
वीरभद्र सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, “मैं इस निर्णय की सराहना करता हूं और काला धन के खतरे को रोकने और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए इस कदम का स्वागत करता हूं।”