नई दिल्ली। उरी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को एक के बाद एक मुश्किलें बढ़ाने के प्रयास में लगा हुआ है। भारत हर वह कूटनीति अपना रहा है जिससे पाकिस्तान को उसका जवाब दिया जा सके। हाल के दिनों में भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौते को रद्द करने की पहल की है और अब भारत, पाकिस्तान को दोहरा झटका देने पर विचार कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक बैठक बुलाई है जिसमें पाकिस्तान को दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) दर्जे पर विचार किया जाएगा। इस बैठक में राष्ट्रीय सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्रालय और कंपनी मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान को लेकर भारत में माहौल गरम है, भारत में हर जगह से पाकिस्तान के साथ सिंधु नदी समझौते और सभी प्रकार के रिश्तों को खत्म करने पर जोर दिया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक को अलग-थलग करने की कवायद के अलावा भारत कई दूसरे तरीकों से उसपर दबाव बनाने की तैयारी कर रहा है। हालाकि इस कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने अपने बयान में कहा था कि पाकिस्तान हम पर हमला करता रहे और हम उन्हें एमएफएन का दर्जा दें, इसका कोई मतलबब नहीं है।
बता दें कि भारत की ओर से पाक को दिया गया यह दर्जा एकतरफा है। पाकिस्तान ने भारत को ऐसा कोई स्टेटस नहीं दिया है। भारत ने पाकिस्तान को 1999 में मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था। पाकिस्तान ने 2012 में भारत को एमएफएन यानी विशेष तरजीह देश का दर्जा देने का ऐलान किया था, लेकिन वादा नहीं निभाया था। खबरों की मानें तो ये दर्जा वापस लेने के बाद पाकिस्तान की आर्थिक व्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है।