नई दिल्ली: विवादित ढांचा ढहाए जाने की आज 26वीं बरसी है। इसको लेकर रामनगरी को अभेद्य सुरक्षा घेरे में कैद कर दिया गया है। मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर सुरक्षा की कमान आरएएफ व पीएसी के हवाले कर दी गई है। अयोध्या में शांति व सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख स्थलों के साथ ही भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मजिस्ट्रेटों की खास नजर है।
जुड़वा नगरी के साथ-साथ देहात क्षेत्रों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। बरसी को लेकर कई हिंदू संगठनों द्वारा किए गए आयोजनों के एलान को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। रामजन्मभूमि की ओर जाने वाले मार्गों पर बैरियर कर पहरेदारी सख्त कर दी गई है। पुलिस महकमे ने राउंड द क्लॉक जांच व तलाशी का अभियान शुरू कर दिया है। रामनगरी समेत पूरे जिले में बुधवार को सघन तलाशी एवं चेकिंग अभियान चलाया गया।
दर्शन करने पर कोई रोक नहीं, शांति व्यवस्था बनाए रखना लक्ष्य
सार्वजनिक स्थलों पर जांच व तलाशी का काम जारी है। सुरक्षा के मद्देनजर भारी तादात में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। बम खोजी व निरोधी दस्ते व खुफिया महकमे के कर्मियों के साथ शहर में होटल, धर्मशाला, लाज व रेस्टोरेंट तथा सार्वजनिक स्थलों की जांच व तलाशी का अभियान जारी है। एसएसपी योगेंद्र कुमार के निर्देशन में बुधवार दोपहर नयाघाट क्षेत्र में पुलिस टीम ने सघन चेकिंग एवं तलाशी अभियान चलाया।
बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को जान से मारने की धमकी
बाबरी मस्जिद मामले के पक्षकार इकबाल अंसारी को एक बार फिर धमकी भरा पत्र मिला है। लालू यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष राजद बिहार, पटना के नाम से भेजे गए पत्र में उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। पत्र में इकबाल अंसारी को मुकदमा वापस न लेने के बदले जान से मारने की धमकी दी गई है।
पत्र में लिखा गया है कि अयोध्या में भगवान राम का ही मंदिर बनेगा। मुसलमानों को उस जगह से अपना दावा छोड़ देना चाहिए। इकबाल ने अपना दावा नहीं छोड़ा तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
यही नहीं जफरयार जिलानी का भी जिक्र पत्र में करते हुए उन्हें भी धमकी दी गई है। पत्र में न सिर्फ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है बल्कि कई आपत्तिजनक बातें भी लिखी हैं। कुछ दिन पूर्व भी इकबाल अंसारी को एक धमकी भरा पत्र मिला था जिस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पत्र देने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया था।