नई दिल्ली। देश के किसानों को मौसम विभाग ने राहत भरी सांस दी है। मौसम विभाग का कहना है कि पिछले दो साल की तरह इस साल भी मानसून सामान्य रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल जून से सितंबर के दौरान 97 फीसदी बारिश की संभावना है। कम बारिश की आशंका बेहद कम है। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल मानसून के 15 मई को केरल पहुंचने का अनुमान है, जिसके बाद दूसरे चरण में जून में मानसून का पूर्वानुमान लगाया गया है।
इसमें देश के सभी हिस्सों में बारिश के मासिक पूर्वानुमान (जुलाई-अगस्त) और चारों भौगोलिक क्षेत्रों में जून से सितंबर तक के पूर्वानुमान दिए जाएंगे। मौसम विभाग ने लगातार तीसरे साल मानसून सामान्य रहने की उम्मीद जताई है।सामान्य मानसून का सीधा असर ग्रामीण आबादी पर पड़ता है। मानसून सामान्य और अच्छा रहने से ग्रामीण इलाकों में लोगों की आय बढ़ती है, जिससे मांग में भी तेजी आती है। ग्रामीण इलाकों में आय बढ़ने से इंडस्ट्री को भी फायदा मिलता है।
शेयर बाजार पर मानसून का असर
मानसून और खपत आधारित सेक्टर में सीधा संबंध है। मानसून अच्छा रहता है तो कंजप्शन बेस्ड सेक्टर में मांग बढ़ेगी। ग्रामीणों की खरीद की क्षमता बढ़ने से कृषि उपकरण निर्माता, टू-व्हीलर्स और ट्रैक्टर निर्माता कंपनियों के साथ ही केमिकल्स, फर्टिलाइजर्स और एफएमसीजी कंपनियों की आय बढ़ने की उम्मीद है। अच्छे मानसून का फायदा फायदा बैंकों और फाइनेंशियल सेक्टर को भी मिलेगा। आय बढ़ने से इन सेक्टर में कारोबार बढ़ेगा जिससे इन सेक्टर्स की कंपनियों के शेयरों में तेजी आएगी जिससे पूरे शेयर बाजार को फायदा होगा।