नई दिल्ली : सरकारी मिडिल स्कूल गांव कुंडल के महिला शौचालय में सेनेटरी पैड मिलने से बौखलाई अध्यापिका ने सातवीं कक्षा की करीब 18 छात्राओं के कक्षा में आधे कपड़े उतरवा दिए। छात्राओं ने जब इस मामले की सूचना परिजनों को दी तो हंगामा मच गया।
एसडीएम ने की मामले की निंदा
इसके बाद एसएमसी कमेटी और प्रशासन को सूचना दी गई। शनिवार को एसडीएम सहित सरकारी महिला चिकित्सक और डीईओ ने स्कूल पहुंचकर मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की। एसडीएम पूनम सिंह ने मामले की निंदा करते हुए कमेटी को शीघ्र ही जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
छात्राओं के उतरवाये कपडे
वहीं आरोपी अध्यापिका घटना के बाद से फरार है। जानकारी के अनुसार बुधवार को गांव कुंडल के सरकारी मिडिल स्कूल के महिला शौचालय में इस्तेमाल किया गया सैनेटरी पैड मिला। इससे गुस्साई स्कूल अध्यापिका ने आठवीं कक्षा की छात्राओं को बुलाकर सातवीं की करीब 18 छात्राओं के कपड़े कक्षा में ही उतरवा दिए।
छात्राओं ने घरवालों को सुनाई आपबीती
लड़कियों ने घर जाकर परिजनों को बताया। वीरवार को अभिभावक स्कूल पहुंचे और मुख्य अध्यापिका कुलदीप कौर को इसकी जानकारी दी। उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। इसके बाद अभिभावकों ने एसएमसी कमेटी और प्रशासन को जानकारी दी।
शनिवार को एसडीएम पूनम सिंह, सदर थाना प्रभारी अंग्रेज सिंह, सरकारी चिकित्सक डॉ. शैली अरोड़ा, सब इंस्पेक्टर सुनीता रानी और एजुकेशन कमेटी सदस्य मोहन लाल शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना उपायुक्त मनप्रीत सिंह को दी।
इसके बाद डीईओ कुलवंत सिंह, सरकारी कन्या स्कूल की प्रिंसिपल बिंदु अरोड़ा और सीडीपीओ गीता रानी पर आधारित एक कमेटी गठित की गई। उन्होंने पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए। छात्राओं के अभिभावकों का कहना है कि दो दिन से उनकी लड़कियां स्कूल नहीं जा रही हैं।
आरोपी अध्यापिका भी घटना के बाद से फरार है। उससे संपर्क भी नहीं हो रहा है। अध्यापिका की हरकत बेहद शर्मनाक है। जांच में अगर अध्यापिका दोषी पाई गई तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।