मुंबई। फिल्मकार हंसल मेहता का कहना है कि वह टेलीविजन पर अपनी फिल्म ‘अलीगढ़’ के प्रसारण से काफी खुश हैं। हालांकि, इसमें कुछ शब्दों को हटा दिया गया था। ‘सिटीलाइट्स’ और ‘शाहिद’ जैसी फिल्में बनाने वाले निर्देशक मेहता ने ट्विटर पर अपनी उत्सुकता को जाहिर किया।
The words were muted, yes. But the film wasn’t. No point lamenting censorship because IT EXISTS. I’m glad Aligarh was shown on TV.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) September 12, 2016
मेहता ने ट्वीट किया, कुछ शब्दों को हटा दिया गया था, लेकिन फिल्म को नहीं। सेंसरशिप पर बैठकर निराश होने का कोई मतलब नहीं, क्योंकि यह मौजूद है। मैं खुश हूं कि टेलीविजन पर ‘अलीगढ़’ का प्रसारण हुआ। टेलीविजन पर फिल्म के प्रसारण से ‘अलीगढ़’ को मिले प्यार के लिए मेहता ने शुक्रिया अदा किया। मेहता ने ट्वीट किया, टेलीविजन पर ‘अलीगढ़’ के प्रसारण से फिल्म को मिले प्यार के लिए मैं शुक्रगुजार हूं। बिना यू/ए प्रणाण पत्र के यह संभव नहीं होता।
And I'm thankful for all the love pouring in after the television premiere of #Aligarh. Without a U/A certificate this would be impossible.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) September 12, 2016
निर्देशक की फिल्म ‘अलीगढ़’ डॉ. श्रीनिवास रामचंद्रन के असल जीवन की घटना पर आधारित है, जिन्हें समलैंगिक होने के कारण नौकरी से निकाल दिया गया था। इस फिल्म में राष्ट्रीय पुरस्तार विजेता अभिनेता मनोज बाजपेयी को श्रीनिवास की भूमिका में देखा गया था। वहीं, राजकुमार राव ने एक पत्रकार का किरदार निभाया था।