लखनऊ/ नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में साइकिल पर सवारी कौन करेगा इसका फैसला आज होगा। हालांकि शनिवार को चुनाव आयोग ने इस मामले पर फैसला सुरक्षित रख लिया है और इस बात की संभावना जताई जा रही है कि साइकिल चुनाव चिन्ह पर रोक लग सकती है यानि कि उसको फ्रीज किया जा सकता है।
मुलायम ले सकते हैं याचिका वापस:-
दो खेमे में बंट चुकी समाजवादी पार्टी में अखिलेश के खेमे की कमान रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल ने संभाली है तो वहीं मुलायम की ओर से जिम्मा अमर सिंह और शिवपाल ने उठाया है। वहीं ऐसी खबरें आ रही है कि नरेश अग्रवाल ने मुलायम से अपील की है कि वो चुनाव आयोग में पीछे हट जाएं और अखिलेश को पार्टी की कमान सौंप दें। हालांकि कुछ दिन पहले मीडिया से बात करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अखिलेश ही होंगे और किसी भी कीमत पर पार्टी टूट नहीं सकती। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मुलायम सिंह यादव अपनी याचिका वापस ले सकते हैं।
अखिलेश के समर्थन में 212 विधायक:-
फिलहाल अखिलेश के समर्थक रामगोपाल यादव का कहना है कि अखिलेश के समर्थन में 229 में से 212 विधायक हस्ताक्षर कर चुके हैं। इसलिए साइकिल चुनाव चिन्ह पर सिर्फ अखिलेश यादव का हक है। बता दें कि अखिलेश और मुलायम दोनों ने ही साइकिल पर अपना दावा 9 जनवरी को ठोंका था जिसके बाद से पिता और पुत्र में आपसी मतभेद साफतौर पर देखने को मिला। फिलहाल अब ये देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग साइकिल का चुनाव चिन्ह पिता और पुत्र में से किस को देगा या फिर उसे फ्रीज करेगा।