नई दिल्ली। समाजवादी परिवार में मचे अब तक संग्राम पर पार्टी के बड़बोले नेता आजम के बोल शांत थे। लेकिन आज इस संग्राम पर उन्होंने एक टिप्पणी कर किस तरफ इशारा किया ये तो पता नहीं लेकिन अपनी जुबानी कला के माहिर आजम ने कहा कि पार्टी के भीरत मचे ड्रामे का क्या होना है सब जानते हैं और ये ड्रामा क्यूं हो रहा है। ये राजनीति को समझने वालों के लिए एक बड़ा इशारा था। सूत्रों की माने तो मुलायम अखिलेश के बजाय आजम पर सीएम पद का दांव खेल सकते हैं।
लेकिन आजम ने इन बातों को बस अफवाह करार दिया है। माना जा रहा था कि आजम खां और रामगोपाल एक ही गुट के हैं। दोनों की अमर सिंह की वापसी को लेकर मुलायम सिंह से कई बार बात हो चुकी थी। लेकिन मुलायम ने मौके की नजातक और शिवपाल की बातों को ज्यादा मानते हुए अमर की वापसी करा दी। जिसके बाद से इन दोनों नेताओं की दूरी बढ़ गई थी। इसलिए आजम खां अब तक हुए इस संग्राम से दूर थे।
लेकिन इधर आजम की इस संग्राम में हो रही सक्रियता एक बार फिर सियासी खेमे में हलचल पैदा करने वाली है। क्योंकि ये सक्रियता इस खेमे की ओर से की जा रही है। इस बारे में कोई खुलकर नहीं बोल रहा है। ना ही आजम खां ने इस बारे में कोई बात कही है। आजम लगातार विवाद को खत्म करने और चुनावी समर में विरोधी दलों को मात देने के लिए समाजवादी परिवार को एक बार उठ खड़ा होने की बात ही कर रहे हैं। लेकिन मीडिया में अब आजम का खुलकर आना किसी नये समीकरण की ओर इशारा कर रहा है।
अजस्र पीयूष