नई दिल्ली। समाजवादी परिवार में मची रार अब चुनाव आयोग के दफ्तर तक जा पहुंची है। रामगोपाल,नरेश अग्रवाल समेत कई नेताओं ने चुनाव आयोग के सामने अपने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए साइकिल चुनाव चिन्ह पर अपना अधिकार प्रस्तुत किया है। इसके पहले मुलायम ने चुनाव आयोग के सामने अपनी बात और दस्तावेज रखे थे। हांलाकि इस मामले में रामगोपाल ने आयोग से बाहर निकलते हुए मीडिया से बात करते हुए कहा कि EC से जल्द मामले में फैसला करने की अपील की गई है।
समाजवादी परिवार में अधिवेसन में मुलायम को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाने के बाद खड़ा हुआ ये संग्राम थमने का नाम नही ले रहा है। आज भी इस संग्राम में दिन पर सियासी ड्रामा चलता रहा। सूत्रों की माने तो एक से दो दिन का वक्त और लग सकता है। आज चुनाव आयोग के दफ्तर में एक बार फिर जब रामगोपाल से मुलायम के बयान के बारे में मीडिया ने पूछा तो रामगोपाल ने उस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया । समाजवादी परिवार में मचा सियासी संकट ठीक चुनाव के पहले पार्टी के वोटरों के साथ कार्यकर्ताओं के लिए अब चिंता का सबब बन गया है।
आज ठीक ढाई बजे रामगोपाल अन्य नेताओं ने अखिलेश यादव की ओर से साइकिल पर अपना दावा ठोंक दिया है। अब आयोग को दोनों पक्षों के दास्तावेजों के आधार पर इस मामले की सुनवाई करनी है। समाजवादी परिवार की ये जंग विक्रमादित्य मार्ग और कालीदास मार्ग से निकल कर दिल्ली के दरबार तक जा पहुंची है। पिता-पुत्र दोनों इस महाभारत में आमने-सामने है। एक दूसरे के बीच मनमुटाव की बातों से इनकार दोनों कर रहे हैं। लेकिन पार्टी के मुद्दे पर दोनों के बीच जंग जारी है।
अजस्र पीयूष