विधान सभा सत्र में सर्व शिक्षा अभियान के लेकर सूबे के शिक्षा मंत्री ने साफ कहा कि इस सन्दर्भ में कई ठोस काम जैसे स्कूलों की बिल्डिंग किताबें और फर्नीचर आदि के लिए सरकार से बजट मांगा गया है। इसके साथ ही सूबे में एनसीआरटी के पाठ्यक्रम के लागू होने के बाद से किताबों की आपूर्ति के सन्दर्भ में अधिकारियों को सचेत कर दिया गया है।
अरविंद पांडे ने बताया कि पूरे प्रदेश में जल्द से जल्द इस व्यवस्था को लागू करने की हमारी कोशिश है कि एनसीआरटी के जो बेंडर हैं।उनके माध्यम से या उपभोक्ता मंडल के माध्यम से और ओपन ई टेंडर के माध्यम से किताबें वितरित करने का प्रयास है। उन्होंने कहा इसके लिए अधिकारियों को हमारे स्पष्ट निर्देश हैं कि अगला सत्र प्रारंभ हो इससे पहले जिस तरह पिछले बार प्रदेश में किताबें वितरित की थीं। वैसे ही इस बार भी जल्द से जल्द ये वयवस्था की जाए।
मंत्री ने कहा कि किताबें वितरित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है ताकि बच्चों का पठन-पाठन जल्द शुरू हो सके।अरविंद पांडे ने बताया कि शिक्षा विभाग पहले कई भागों में बटा था। लेकिन अब विभाग को एक किया गया है उन्होंने कहा कि बजट में कोई कमी नहीं हुई है। पहले से भी अधिक डिमांड की गई है उन्होंने बताया कि बिल्डिंग व्यवस्था के लिए एजुकेशन के लिए व्यवस्था हो इस उद्देश्य में बजट में और बढ़ा कर भेजा है ताकि और भी अच्छी शिक्षा मिल सके।