धर्म

जानिए वट सावित्री के व्रत का महत्व

vat Savitri 01 जानिए वट सावित्री के व्रत का महत्व

ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को वट-सावित्री व्रत मनाया जाता है। इसमें सत्यवान, सावित्री तथा यमराज की पूजा की जाती है। यह व्रत रखने वाली महिलाओं का सुहाग अटल रहता है। ऐसा माना जाता है कि सावित्री ने इस व्रत के प्रभाव से अपने मृत पति सत्यवान को धर्मराज से भी जीत लिया था।

vat Savitri 02

कहते हैं बरगद के पेड़ में तीनों देवों का वास है। दार्शनिक दृष्टि से देखें तो वट वृक्ष दीर्घायु व अमरता के प्रतीक के नाते भी स्वीकार किया जाता है। वट वृक्ष ज्ञान व निर्वाण का भी प्रतीक है। भगवान बुद्ध को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसलिए वट वृक्ष को पति की दीर्घायु के लिए पूजना इस व्रत का अंग बना। महिलाएं व्रत-पूजन कर कथा कर्म के साथ-साथ वट वृक्ष के आसपास सूत के धागे परिक्रमा के दौरान लपेटती हैं।

आगे जानें पूजन विधि

Related posts

Aaj Ka Panchang: 24 जुलाई 2022 का पंचांग, जानें आज का नक्षत्र और राहुकाल

Rahul

मां लक्ष्मी का घर में नहीं होगा वास, जब तक नहीं रुकेंगे यह काम

Neetu Rajbhar

बरसाने की लट्ठमार होली के इस राज़ को नहीं जानते होंगे आप

Shailendra Singh