वॉशिंगटन। अमेरिका के 9/11 हमले का मास्टरमाइंट ओसामा बिन लादेन को 2011 में मार गिराया था लेकिन शुक्रवार को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने कुछ दस्वावेजों के आधार पर खुलासा किया है कि वो अपनी मौत से पहले आईएसआईएस को लेकर काफी परेशान था।
इसके साथ ही इन दस्तावेजों में कहा गया है कि लादेन ने पिता के तौर पर अपने बेटों को सचेत किया था कि उनका पता लगाने के लिए उनके शरीर में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाई जा सकती है। उसका ज्यादातर समय प्रबंधन में ही व्यतीत होता था कि उसके संगठन के दूर दराज स्थित सहयोगियों ने जिन विदेशियों का अपहरण किया है उन्हें कैसे और कहां रखना है और उनके साथ क्या करना है?
इसके साथ ही बताया गया है कि वो अपने परिवार के मूल देश यमन के मामलों में काफी ध्यान दिया करता था जहां शक्तिशाली नई शाखा अलकायदा ऑन द अरेबियन पेनिनसुला (एक्यूएपी) का मजबूत प्रभाव था। उसने इस संस्थापक नसील अल वुहायशी को एक खत लिखकर सचेत किया था कि वह सरकार विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में बहुत जल्दबादी नहीं करें क्योंकि अभी किसी भी जगह ऐसा इस्लामिक स्टेट गठित करने का सही समय नहीं है जो प्रभावशाली तरीके से सत्ता संभाल सके और हमलो का सामना कर सके।
ऐसा कहा जा रहा है कि ये दस्तावेज साल 2010 के है जिसमे से कुछ दस्तावेज को उसने खुद और कुछ दूसरों ने लिखे है। इस दस्तावेजो में उसने विश्व के मुसलमान समुदाय के लिए उम्माह शब्द का इस्तेमाल किया है और लिखा, उम्माह के शत्रु आज एक दुष्ट पेड़ की तरह हैं और इस पेड़ का तना अमेरिका है।
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