नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर पुलिस मुखिया को चुनौती देने वाले सिपाही सर्वेश चौधरी को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर फोर्स के खिलाफ आक्रोश पैदा करने वाले अभियान में शामिल सिपाहियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। बर्खास्त सिपाहियों के संगठनों द्वारा शुक्रवार को मनाए जाने वाले काला दिवस को लेकर डीजीपी मुख्यालय ने अलर्ट भी जारी किया है।
आरोपी सिपाही के पक्ष में खडे हैं कुछ सिपाही
दरअसल, विवेक तिवारी की हत्या के बाद से सिपाहियों का एक वर्ग आरोपी सिपाही के पक्ष में खड़ा है। पहले आरोपी सिपाही प्रशांत की पत्नी के खाते में पैसे जमा कराने का अभियान छिड़ा और अब पांच अक्टूबर को काला दिवस मनाए जाने और 6 अक्टूबर को इलाहाबाद में अलग-अलग एसोसिएशन की बैठक के मैसेज वायरल हो रहे हैं।
सिपाही के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
इसी से संबंधित एक पोस्ट पीएसी से संबद्ध सिपाही सर्वेश चौधरी ने फेसबुक पर की थी, जिसमें लिखा था कि ‘मुझे बर्खास्त करो, मैंने दिए हैं सिपाही को पैसे।’ जिसके बाद डीजीपी ने उक्त सिपाही के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
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इस मामले में डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने भी सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर भ्रामक सूचनाएं प्रचारित व प्रसारित करने पर कठोर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस बल में असंतोष फैलाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें कई बर्खास्त सिपाही व सेवारत सिपाहियों के शामिल होने की जानकारी मिली है।