नई दिल्ली। आनलाइन एप ओला के द्वारा कुछ दिन पहले ही लान्च हुए ‘शेयर पास’ ने इतने कम दिनों मे ही 50 लाख से ज्यादा ओला शेयर राइड्स की एडवान्स बुकिंग करने का रिकार्ड बना लिया है। शेयर पास एक मन्थली मेंबरशिप है जिसकी मदद से ग्राहक तय कीमत पर ओला शेयर राइड्स के मजे ले सकते हैं। कंपनी की इस पहल का उद्देश्य अपने ओला कस्टमर्स को और भी सेवाएं देना है और इससे उन्हें ‘नो पीक प्राइसिंग’ से बचने में भी सहायता मिलेगी। शेयर पास 10, 20 एवं 40 राइड्स के तीन वैरिएंट्स में उपलब्ध हैं। ग्राहकों को ओला शेयर अपनाने पर हर राइड के लिए बराबर कीमत अदा करने की सुविधा दी गई है। बेंगलुरू, हैदराबाद और चेन्नई के बाद, शेयर पास अब दिल्ली-एनसीआर, कोलकाता, मुंबई एवं पुणे सहित कुल 7 शहरों में लाइव है।
ओला के सीएमओ एवं प्रमुख रघुवेश सरूप ने बताया, “ओला में हमारा मानना है कि शेयर्ड मोबिलिटी में भारत के परिवहन संबंधी प्रमुख मुद्दों जैसे भीड़-भाड़ एवं प्रदूषण को हल करने का सामथ्र्य है। ओला शेयर एसी कैब राइड को पॉकेट-फ्रैंडली एवं इको-फ्रैंडली बनाती हैं। जो लोग इसका इस्तेमाल रोज करते हैं उनके लिए ‘मासिक पास’ शेयर पास अपनी तरह का अनोखा उत्पाद है जो हर राइड फिक्स दरों की पेशकश करता है और अक्सर ओला शेयर यूजर्स के लिए अर्फोडेबल भी है।
उन्होंने बताया, “शेयर पास भारत में शेयर्ड मोबिलिटी के लिए एक प्रमुख कदम है, हमारा अनुमान है कि इस श्रेणी का दायरा अगले 18 महीनों में उद्योग की तरह ही व्यापक होगा।” पिछले 8-10 महीनों में, ओला शेयर 50 लाख किग्रा कार्बन उत्सर्जन की बचत करने में सक्षम हुआ है। इसके अलावा, लोगों द्वारा शेयर्ड कैब्स का विकल्प अपनाए जाने से इसने 20 लाख लीटर से अधिक ईंधन की भी बचत की है।