नई दिल्ली। नोटबंदी पर सभी पार्टियों के तेवर काफी तीखे है और आए दिन सरकार को अपने इस फैसले को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में आज एक बार फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने एक तीर से दो निशाने साधे है उन्होंने पीएम मोदी के फैसले की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए राहुल गांधी की मुलाकात पर सवाल खड़े किए।
केजरीवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, पीएम की नीयत खराब है। पार्टियों को छूट दी गई ,पार्टियों के फंड की जांच हो। राहुल जी ने कहा था उनके पास मोदी जी के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत है लेकिन कल मुलाकात के बाद ऐलान हुआ कि राजनीतिक पार्टियों कुछ शर्तों के बाद अपने खाते में पैसा जमा करा सकती है। क्या उनके बीच कोई डील हुई है? मोदी के साथ राहुल अपनी डील बंद करे। भाजपा नेताओं के खातों की जांच हो। पीएम के भ्रष्टाचार के बारे में बताएं राहुल गांधी अगर सबूत है तो सबके सामने रखें। सभी पार्टियों के 5 साल के फंड की जांच हो।
बता दें कि शुक्रवार को सरकार ने ऐलान किया था कि राजनीतिक पार्टियां कुछ शर्तों के साथ अपने पुराने नोटों को अकाउंट में जमा करा सकती है जिसके बाद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने कहा था कि उनके पास मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत है जिसे वो लोकसभा में बताना चाहते है लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया अगर मौका दिया जाए तो भूचाल आ जाएगा। कांग्रेस के युवराज के बयान के बाद केजरीवाल ने राहुल पर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा था कि राहुल में नरेंद्र मोदी को बेनकाब करने की हिम्मत नहीं है, क्योंकि जिस दिन वह ऐसा करेंगे, मोदी जी उनके बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को गिरफ्तार करवा देंगे।