मोदी सरकार ने 2019 आम चुनाव से पहले बड़ा दांव खेल दिया है। नाराज चल रहे किसानों को लुभाने के लिए बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में खरीफ की फसलों के समर्थन मूल्य बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी। खरीफ की जिन फसलों के समर्थन मूल्य यानी MSP(मिनीमम सपोर्ट प्राईस) में बढ़ोतरी की है उनमें- धान, रागी, मक्का, मूंग, उड़द समेत चौदह खरीफ फसल शामिल हैं। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी रागी के समर्थन मूल्य में की गई है। इस फसल के MSP में तीन गुना वृद्धि की गई। रागी का मौजूदा समर्थन मूल्य 900 रुपये बढ़ाकर 2,800 रुपये प्रति क्विंटल के पार किया गया है। यदि लागत के हिसाब से देखें तो भी रागी के मूल्य में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। रागी की इनपुट कॉस्ट 1931 रुपए सीएजी ने बताई है, जबकि इसका समर्थन मूल्य 2800 रुपए से थोड़ा ज्यादा कर दिया गया है।
धान से लेकर कपास तक खरीफ की इन फसलों के समर्थन मूल्य में भी अच्छा खासा इजाफा हुआ है । धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 200 रुपए बढ़ाकर 1,750 रुपये क्विंटल कर दिया गया है। ए ग्रेड धान पर 160 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इसी प्रकार से मोदी कैबिनेट ने मक्के के समर्थन मूल्य को 1425 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1700 रुपये कर दिया है। मूंग के समर्थन मूल्य 5575 से बढ़ाकर 6975 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। उड़द के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 5400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5600 रुपये, बाजरे के समर्थन मूल्य को 1425 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1950 रुपये किया गया है। वहीं, कपास (मध्यम रेशा) के समर्थन मूल्य को 4,020 रुपये से बढ़ाकर 5,150 रुपये कर दिया गया है, जबकि लंबे रेशे वाले कपास का मूल्य 4,320 रुपये से बढ़ाकर 5,450 किया गया है।