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समाजवादी परिवार में आखिरकार ‘महाभारत’ का हुआ वापसी से पटाक्षेप !

sp sabha समाजवादी परिवार में आखिरकार 'महाभारत' का हुआ वापसी से पटाक्षेप !

लखनऊ। समाजवादी परिवार की महाभारत में अब सुहल का माहौल चल रहा है। बीते माह लगातार प्रदेश की राजनीति में गरमाहट का माहौल रहा कभी शिवपाल कार्रवाई करते तो अभी अखिलेश समाजवादी परिवार में जमकर तू तू मैं मैं चली लेकिन आखिरकार राजनीतिक अखाड़े के पहलवान मुलायम ने धोभी पछाड़ का दांव खेल सभी को चित कर दिया आखिरकार अब शांति का माहौल परिवर और पार्टी में बन गया।

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मुलायम ने की थी कोशिश
इस शांति के माहौल ने अब अपनों की वापसी का मोहक वातावरण तैयार कर दिया। इस पूरे प्रकरण में बार-बार एक बाहरी व्यक्ति के तौर पर अमर सिंह का नाम आता रहा है। परदे के पीछे से सारे खेल को खेलने वाले को तौर पर अमर सिंह का नाम खुद सीएम अखिलेश यादव ने मंच से लिया। मुलायम ने कई बार मंच से अखिलेश को अमर सिंह के एहसानों को याद दिलाया।

कार्रवाई का चला दौर
लेकिन इस पूरी महाभारत में कार्रवाई का दौर चलता रहा है। कार्रवाई तो ऐसी हुई कि समाजवादी पार्टी के थिंक टैंक रामगोपाल तक को पार्टी से बाहर कर दिया गया। लेकिन जब कल राज्यसभा में पार्टी के प्रतिनिधि के तौर पर रामगोपाल नोट बंदी पर सवाल दाग रहे थे तो चर्चाओं का बाजार गरम हो गया था, जल्द ही इस मामले में कोई नया मोड़ देखने को मिल सकता है शायद रामगोपाल की वापसी हो सकती है।

वापसी को लेकर था अटकलों का दौर
वैसे तो ये अटकलों का बाजार सपा के रजत जयंती समारोह के पहले शिवपाल ने एक बयान जारी करते हुए दिया था, कि पार्टी से बर्खास्त किए गये नेताओं के प्रार्थना पत्रों पर नेताजी जल्द की विचार कर सकते हैं। फिर रामगोपाल का सैफई में पत्रकार वार्ता में बिलखना धीरे-धीरे वापसी के मार्ग को तैयार करता गया। आखिरकार सपा के नेता के तौर पर राज्यसभा में रामगोपाल की प्रस्तुति ने दबे स्वर से सियासी गलियारों में वापसी की सुगबुगाहट फैला दी थी । जिस पर आज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने मुहर लगाकर सभी अटकलों को खारिज कर रामगोपाल की वापसी पार्टी के भीरत कर ली।

रामगोपाल की वापसी पर अमर सिंह के बोल
रामगोपाल को राज्यसभा के नेता पार्टी प्रवक्ता के साथ महासचिव व पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य के तौर पर वापसी कर नेताजी ने साफ कर दिया कि वे पुरानी सभी बातों को भूल चुके हैं। इस बावत जब इस प्रकरण में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य वा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह से जब पूछा गया तो वे बड़ी साफगोई से जबाब देते गये।

उन्होने कहा कि पार्टी में मुखिया सबसे बड़ा होता है और नेताजी का जो निर्यण है वो चाहे जिसके लिए को मान्य है, रामगोपाल पर तंज कसते हुए अमर सिंह ने कहा कि रामगोपाल तो भीतरी व्यक्ति है वो पार्टी में बनें रहेंगे, रही बात मेरी मैं बाहरी था ही और रहूंगा। सही सदन में साथ काम करने की तो जैसे पहले करता रहा हूं वैसे ही करूंगा। परिवार में कोई विवाद नहीं था, जो कुछ था वो अब खत्म हो गया है।

वापसी पर नेता जी को आभार
हांलाकि अपनी पार्टी में वापसी पर रामगोपाल ने कहा कि मै तो घर में ही था,टेक्निकली पार्टी से निकाल दिया गया था लेकिन मै तो पार्टी में हमेशा था ।पार्टी में वापसी नेता जी की कृपा है,नेता जी कभी भी मेरे खिलाफ नहीं थे। आखिर रामगोपाल ने पार्टी में वापसी पर मुलायम सिंह को धन्यवाद दिया। लेकिन दूसरी बातों पर कुछ बोलने या जबाब देने से बड़ी साफगोई से मुकर गये।

piyush-shukla(अजस्र पीयूष)

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