लखनऊ। समाजवादी परिवार में मची कलह भले ही खत्म दिखाई दे रही है। लेकिन रथयात्रा को लेकर परिवारी कलह पोस्टरों में साफ नजर आ रही है। विजय रथयात्रा को लेकर लगाये गये पोस्टरों से शिवपाल पूरी तरह से नदारत दिखाई दे रहे हैं। रथयात्रा के कार्यक्रम को लेकर अभी कोई अधिकृत आदेश जारी नहीं हुआ है। लेकिन पोस्टरों से साफ झलक गया है कि अखिलेश की रथयात्रा से शिवपाल की दूरी रहेगी।
रथयात्रा को सपा सुप्रीमो दिखायेंगे हरी झंडी
अखिलेश लगातार शिवपाल से अपने चुनावी कार्यक्रम की दूरी बनाते जा रहे हैं। शिवपाल भले ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हों लेकिन कार्यक्रम का आगाज़ सपा सुप्रीमो मुलायम सिंहो रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर करेंगे। कार्यक्रम की सूचना जारी करते हुए मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने जानकारी दी। शिवपाल को लेकर किसी भी बात का उन्होने ने कोई उत्तर नहीं दिया। हांलाकि मुलायम दिल्ली से कब लौटेंगे और कार्यक्रम का विस्तृत विवरण आज जारी करेंगे।
स्थापना दिवस पर अखिलेश दिखायेंगे ताकत
5 नवम्बर के पहले सीएम अखिलेश अपनी पूरी ताकत दिखाना चाहते हैं। इसके लिए 3 नवम्बर से जारी रथयात्रा में वो अपनी पूरी ताकत को दिखाकर शिवपाल से बड़ा अपना कद साबित करना चाहते हैं। इसके लिए रात दिन एक करके तैयारी चल रही है। यही कारण है कि रथ यात्रा के कार्यक्रम से शिवपाल को दूर रखा गया है।
अखिलेश की होगी तीसरी यात्रा
3 नवम्बर को विजय रथ के साथ अखिलेश की प्रदेश में तीसरी यात्रा का आगाज हो जायेगा। इसके पहले अखिलेश अपनी दो और रथ यात्राएं लेकर प्रदेश में घूम चुके हैं। पहली रथ यात्रा 2001-से 2002 और दूसरी 2011 से 2012 में क्रांति रथ के तौर पर हुई है। बतौर सीएम ये अखिलेश की पहली प्रदेशव्यापी रथयात्रा हैं। जिसको विजय रथयात्रा का नाम दिया गया है। इसके पहले 2011-2012 का क्रांति रथयात्रा के बाद अखिलेश सत्ता में आये थे। इस बार सत्ता में वापसी के लिए विजयरथ लेकर प्रदेश में समाजवादी विचारों और सिद्धांतों के साथ विकास का ऐजेंडा लेकर निकल रहे हैं।
पोस्टरों से पटी राजधानी
रथयात्रा को लेकर राजधानी लखनऊ पोस्टरों और बैनरों से पड़ी है। सपा से बाहर किये गये आनन्द भदौरिया, संतोष यादव ने केवल पोस्टरो में मुलायम और अखिलेश को जगह दी है। बाकी पार्टी के पदाधिकारियों की ओर से जारी पोस्टरों में मुलायम, अखिलेश और शिवपाल के पोस्टर भी जारी हुए हैं। सीएम के करीबी मंत्री अभिषेक मिश्रा की ओर से जारी पोस्टर में स्लोग्न के तौर पर लिखा गया है”शिवपाल कहें दिल से, अखिलेश का अभिषेक फिर से” एक तरफ पार्टी के कार्यकर्ता रथयात्रा और स्थापना समारोह को लेकर अपने-अपने तरीकों से तैयारी कर रहे हैं। लेकिन सपा की अंदरूनी कलह पोस्टरों के जरिए साफ झलक रही है।
तैयारियों को लेकर बैठकों का दौर
कार्यक्रम की महत्ता को लेकर और व्यवस्था को लेकर कल जहां प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने बैठक कर रूपरेखा और कार्यक्रम की व्यवस्था की समीक्षा की वहीं आज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने यूथ बिग्रेड की बैठक आहुत की है। बैठक में रथयात्रा के साथ स्थापना दिवस के कार्यक्रम में यूथ ब्रिगेड की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा और दिशा निर्देश सपा सुप्रीमो की ओर से जारी होंगे।
फिलहाल समाजवादी परिवार की आपसी कलह का अध्याय भले ही खत्म हो गया लगता हो। पर लगातार वर्चस्व की जंग प्रदेश की सियासत में जारी है। ये जंग चाचा-भतीजे से निकल कर दोनों के समर्थकों के बीच आ गई है। अब देखना है कि इस जंग का आगे का स्वरूप होता है। फिलहाल दोनों तरफ के समर्थक रैली और यात्रा को लेकर अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं।
(अजस्रपीयूष शुक्ला)