चंडीगढ़। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब के आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आज से पांच दिन तक पंजाब के दौरे पर है। अपनी इस चुनावी दौरे के चलते केजरीवाल पंजाब की जनता को वोट देने की अपील करेंगे। हालांकि मंगलवार को मनीष सिसोदिया के बयान के चलते पंजाब में सियासत काफी गर्मा गई है जिसके चलते कई तरह के सवाल लोगों के मन में खड़े हो गए है।
CM कैंडिडेट पर गर्माई सियासत:-
दरअसल मोहाली में एक रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के उप -मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आगामी चुनाव में आप अपना वोट केजरीवाल को मुख्यमंत्री के तौर पर देखते हुए दें। हालांकि जब बाद में मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या केजरीवाल ही पंजाब के मुख्यमंत्री होंगे तो उन्होंने कहा कि यह बात एमएलए तय करेंगे।
केजरीवाल सरकार की ओर से इस तरह का बयान आते ही राजनीति काफी गर्मा गई है। अब सवाल ये उठता है कि क्या केजरीवाल पंजाब के लिए दिल्ली की गद्दी छोड़ देंगे? फिलहाल आगे कुछ भी हो लेकिन मनीष सिसोदिया के इस बयान से मौके का इंतजार कर रही भाजपा ने इस बयान को भुनाने की कोशिशें तेज कर दी है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि सिसोदिया के बयान से साफ हो गया है कि केजरीवाल की असली मुराद क्या है? दिल्ली चुनाव से पहले उनकी पार्टी कह रही थी पांच साल केजरीवाल और अब वो दो साल में ही भाग खड़े हुए।